





वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स ने 2 किमी वॉक के साथ परिंदो के साथ फोटो, वीडियो सेटिंग्स को आजमाया
बांसडा , (कन्हैयालाल मेनारिया बासड़ा)!रविवार अल सूबह कैनन इण्डिया द्वारा मेनार वेटलैंड कॉम्प्लेक्स के ढंढ तालाब पर फोटोवॉक कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें प्रदेश के नामी फोटोग्राफर्स ने भाग लिया, जिनका वाइल्डलाइफ और बर्ड फोटोग्राफी का शौक है। इस कार्यशाला में 25 से अधिक वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स ने वेटलैंड वॉक के साथ जलीय पक्षियों के फोटो क्लिक किये। जयपुर से कैमरा और लेंस विशेषज्ञ के रूप में गजेंद्र सिंह बोरा ने फोटोग्राफी,कैमरा लेंस सेटिंग की तकनिकी बारीकीयों के बारे में बताया। नवीन सैनी ने वीडियो कैनन के बारे में जानकारी दीं। उदयपुर शहर कोऑर्डिनेटर नित्याँशु दरक थे।वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स देवेंद्र श्रीमाली ने बतया कि फोटोवॉक के दौरान कैमरा सेटिंग्स सम्बंधित जानकारी प्राप्त की जैसे एआई मोड का उपयोग करते हुए फोटोग्राफी करने से पक्षियों के फोटो खिंचते हुए कोई भी गतिविधि स्किप नहीं होती है। 2.8 लेंस के माध्यम से प्रकाश की किसी भी अवस्था में बेहतरीन फोटो खींचे जा सकते हैँ यहाँ तक कि रात में भी पक्षियों के मूवमेंट को कैप्चर करना सम्भव होता है। इस दौरान पूर्व प्रशासनिक अधिकारी दिनेश कोठारी,विशाल महाजन,जर्नलिस्ट ताराचंद गवारिया, देवेंद्र सिंह राठौड़,कनिष्क कोठारी, लोकेश तलेसरा,कपिल शर्मा, रेणु मुखिया, ममता शर्मा, देवेंद्र नागदा, राज सुराणा,धर्मवीर जोधा, निरामय उपाध्याय, सुरेश पालीवाल फोटोवॉक में शामिल हुए।पक्षी मित्र दर्शन मेनारिया ने मेनार के तालाबों के संरक्षण में स्थानीय समुदाय की सक्रियता की जानकारी प्रदान करते हुए अतिथियों का स्वागत किया। फोटोवॉक के दौरान फ्लैमींगो, ब्लैक टैल्ड गोडविट, पर्पल स्वाम्पहेन,यूरिशियन स्पूनबिल, पेंटेड स्टॉर्क,स्मॉल प्रेटीन कॉल, केंटिश प्लॉवर, लिटिल रिंग्ड प्लॉवर, ग्रेटर पेंटेड स्नाईप सहित दर्जनों पक्षियों को कैमरे में कैद किये।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान प्रदेश के चौथे रामसर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त करने पर स्थानीय समुदाय के संरक्षण प्रयासों को सराहने एवं वेटलैंड पर ऑन फील्ड प्रैक्टिकल तकनिकी जानकारी साझा करने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें 25 प्रतिभागियों ने पंजीकरण करवाया था।