



गोगुन्दा ( कांतिलाल मांडोत) ! भाजपा और आप पार्टी की एक दूसरे पर बयानबाजी बढ़ती दिखाई दे रही है।केजरीवाल ने झुग्गियों का मुद्दा उछाल कर राजनीति की करवट ही बदल दी है। जिन झुगियो पर सियासत की जा रही थी। वहा केजरीवाल फिस्सडी साबित हुए है। दस साल की सत्ता की भागीदारी में केजरीवाल ने कोई मदद नही की है।केजरीवाल यह भ्रम फैलाकर वोट बटोरने लगे थे कि दस वर्ष से भाजपा दिल्ली से दूर है तो इस बार भी खिसकती दिखाई देगी,लेकिन केजरीवाल का इस बार ऊंट पहाड़ के नीचे आ गया है।हजारो लोग झुग्गियों में रह रहे है।केजरीवाल ने इनके लिए आवास की कोई व्यवस्था नही की ।जबकि केंद्र सरकार ने देश मे करोड़ो आवास बनाकर आवंटित किए है।भाजपा के दलित वोटो पर ज्यादा फोकस है। केजरीवाल ने मुफ्त की योजना से दिल्लीवासियो को अंधेरे में रखकर दो बार सत्ता हासिल की गई। भाजपा जुठ उजागर कर केजरीवाल को बेनकाब करने जा रही है।दिल्ली में केजरीवाल पर कोई भरोसा इसलिए नही करते है कि उनकी कथनी करनी समान नही है।भाजपा झुगियो पर सियासत करने निकली है और केजरीवाल की हिन्दू विरोधी छवि उजागर कर दिल्लीवासियो को सच्चाई से रूबरू कराएगी।केजरीवाल सनातन विरोधी और चुनावी हिन्दू के साथ तुष्टिकरण जैसे मुद्दे उठाकर घेरने जा रही है।केजरीवाल भाजपा को ही टारगेट कर रहा है।कांग्रेस और भाजपा आप पार्टी घेर रही है।जबकि इस बार भाजपा को दिल्ली विधानसभा में फायदा होता दिखाई दे रहा है।कांग्रेस का वोट कटने से भाजपा को सीधा फायदा होता दिखाई दे रहा है।मुफ्त की योजनाओ से भ्रमित किया जा रहा है।इस बार भाजपा को फायदा उठाती दिख रही है।तुष्टिकरण की राजनीति करते दिखाई दे रहे है। जबकि,इकोनॉमिक विकर कोटे सेक्शन में मुस्लिम बच्चों को ज्यादा भर्ती किये जा रहे है।यह केजरीवाल की तुष्टिकरण की राजनीति देश के समक्ष है।अर्बन नक्सल, जूठे वादे और बंगलादेशियो घुसपैठियों को सरंक्षण पर केजरीवाल को घेरने के लिए भाजपा ने कमर कस ली है।इस बार आरपार की लड़ाई है।जिस दल ने हिन्दू विरोधी विचारधारा रखकर हिंदुओ को टारगेट करते दिखाई दिए,उसका सूर्य अस्ताचल की और चला जाता है।देशप्रेम और देशभक्ति ही सर्वोपरि है।इसलिए जूठे वादे बहुत दिनों तक नही चलते है।