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प्रधानाचार्य वाक्पीठः बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण कर अच्छे नागरिक तैयार करेंः सुथार

मावली ( नरेन्द्र त्रिपाठी)। मावली के मुख्य ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार सुथार ने कहा कि शिक्षा और शिक्षक का मुख्य उद्देश्य बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण कर अच्छे नागरिक तैयार करना है। संस्कारवान नागरिकों से ही देश का चारित्रिक विकास संभव है।
उक्त उद्गार सुथार ने शुक्रवार को डबोक के गीतांजली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल इंस्टडीज के सभागार में प्रधानाचार्यों की सत्रांत वाक्पीठ के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। सुथार ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में आनी वाली मुश्किलों का सामूहिक चर्चा एवं मंथन के जरिए समाधान ढूंढ कर शैक्षणिक एवं भौतिक स्तर को सुधारा जाना चाहिए। उन्होने इस अवसर पर जिला कलक्टर के निर्देशों का हवाला देते हुए शालादर्पण रैकिंग में सुधार के तीन महत्वपूर्ण बिन्दुओ की विस्तार से जानकारी दी। आधार आॅथंटिकेशन में आ रही समस्या को लेकर सुथार ने अवगत कराया कि आधार में संशोधन के लिए कुछ स्थानों पर और मशीनों की व्यवस्था की गई है जहां शिक्षक बच्चों को भेज कर इस कार्य को करवा सकते हैं। इस अवसर पर समग्र शिक्षा उदयपुर के एडीपीसी विरेन्द्रसिंह यादव ने विभिन्न योजनाओं में आवंटित राशि के खर्च की जानकारी लेते हुए योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन करने को कहा। पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों से कहा कि वे अपने अधीनस्थ विद्यालयों में प्रति माह सम्बलन के लिए जाएं तथा समग्र रूप से रेकर्ड भी देखें। रेकर्ड का संधारण व्यवस्थित रूप से हो इसके लिए उन्हें पाबन्द करें। यह भी देखा जाए कि समग्र शिक्षा से प्रदान की जाने वाली शिक्षण सामग्री का बच्चों के लिए उपयोग किया जा रहा है या नहीं। योजनाओं की समय पर क्रियान्विति के यादव ने टिप्स बताए। बड़ी उंदरी के प्रधानाचार्य संजय लुणावत ने विद्यालय नेतृत्वः समस्याएं एवं समाधान विषयक महत्वपूर्ण वार्ता प्रस्तुत की। गिट्स डबोक के डाॅ.एस.के.प्रसन्ना ने शिक्षा के विभिन्न आयाम पर अपनी वार्ता से सभी को लाभान्वित किया। डाॅ.राजेश भटनागर ने स्वस्थ जीवन को लेकर टिप्स बताए एवं मेडिटेशन का अभ्यास करवाया। उन्होने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करने को लेकर बच्चों को प्रोत्साहित करें। प्रार्थना सभा के दौरान योग का अभ्यास करवाते हुए बच्चों की अन्र्तनिहित शक्तियों को विकसित करने का प्रयास करें। पंकज जोशी ने बच्चों की अपार आईडी को लेकर सभी प्रधानाचार्यों से बात की तथा इस कार्य में आ रही समस्याओं का समाधान करते हुए शत प्रतिशत कार्य पूरा करने का आग्रह किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्जवलन से किया गया। छगनलाल मेनारिया ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। अध्यक्षता वाक्पीठ अध्यक्ष उमेश कुमार माहेश्वरी ने की। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी प्रकाशचन्द्र चौधरी  ,श्रीमती आशा सोनी,हिन्दुस्थान स्काउट गाइड के संभाग आयुक्त गोपाल मेहता मेनारिया, राजस्थान अम्बेडकर शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष खेमराज कड़ेला, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिला मंत्री डाॅ.राकेश मेनारिया,राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेडकर के प्रदेश संरक्षक एवं पूर्व प्रदेश महामंत्री सुरेश कुमार देशबंधु आदि बतौर मंचासीन अतिथि थे। वाक्पीठ सचिव प्रदीपसिंह नेगी ने स्वागत उद्बोधन प्रदान किया। वाक्पीठ कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने अतिथियों का तिलक,उपरना एवं सरोपे द्वारा स्वागत किया। इस अवसर पर सिन्दू के प्रतिभावान बालक हर्ष सुथार को अतिथियों के हाथों सम्मानित किया गया। संचालन मोहनलाल स्वर्णकार ने किया। कार्यक्रम में गिट्स डबोक के दीपक पालीवाल,डाॅ.मयंक पटेल, बी.एल.जांगिड़ आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही। नाहरमगरा बालिका विद्यालय की बालिकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी। वाक्पीठ का समापन शनिवार को होगा।  

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