








मुक्त कल्पनाएं वैज्ञानिक विधि से संशोधित होकर एक नवाचार का रूप लेती है: डॉ. लोकेश भारती
बाल शिक्षा सदन में शुरू हुई तीन दिवसीय इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी
सर्वश्रेष्ठ 20 प्रतिशत मॉडल चयनित होंगे राज्य स्तर के लिए, दिल्ली से पहुंची जूरी टीम
उदयपुर 7 फरवरी। तीन दिवसीय जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड मानक प्रदर्शनी , उदयपुर के बाल शिक्षा सदन उच्च माध्यमिक विद्यालय राताखेत रामपुरा रोड में आज शुक्रवार से शुरू हो गई। जिले से 201 छात्र छात्राओं ने इस प्रदर्शनी में हिस्सा लेने के लिए अपना पंजीकरण करवाते हुए अपने मॉडल प्रदर्शित किए।
आज उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार जैन थे। अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय माध्यमिक डॉ लोकेश भारती ने की । विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा मुरलीधर चौबीसा ,ललित दक एवं संस्थापक अधिकारी माध्यमिक शिक्षा सुनील भटनागर, बाल शिक्षा सदन के प्रबंध निदेशक एवं हिंदुस्तान स्काउट एंड गाइड के जिला अध्यक्ष गिरीश भारती, इंस्पायर अवार्ड प्रभारी प्रत्यूष जैन, चिराग आमेटा थे। तीन दिवसीय इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता के प्रथम दिन का प्रतिवेदन आयोजक विद्यालय बाल शिक्षा सदन की प्रधानाचार्य मीना भारती ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन मनोज कुमार पाठक ने किया। इस अवसर पर इंस्पायर अवार्ड में उपस्थित जिले भर के बालकों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महेंद्र कुमार जैन ने स्लाइडर वॉश बेसिन का उदाहरण देते हुए बच्चों को वैज्ञानिक सोच के लिए प्रेरित किया। डॉ लोकेश भारती ने कहा कि विद्यार्थी अपनी कल्पनाओं को बाधित न करें और उन्हें उड़ान भरने दें, क्योंकि मुक्त कल्पनाएं वैज्ञानिक विधि से संशोधित होकर एक नवाचार का रूप लेती है। जिले से आए बालकों ने विकलांगों की सहायता के लिए, मानव उपयोग के लिए विभिन्न नवाचारों से युक्त मॉडल , सोलर सिस्टम का उपयोग कर बिजली खर्च कम करने का प्रदर्शन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सदुउपयोग समाज के लिए कैसे हो इस तकनीक पर आधारित मॉडल , वैज्ञानिक शोधों पर कार्य करते हुए उसमें नयापन जोड़ने के मॉडल सहित अनेक मॉडल पेश किये। इस अवसर पर नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया दिल्ली से जूरी के रूप में गरिमा चौधरी व पारुल सिंह जिला स्तरीय प्रदर्शनी में पहुंचे जूरी के रूप में जिला स्तर से मनोज कुमार पाठक एवं मुकेश पारख भी कार्यक्रम में मौजूद रहे । यही चार सदस्यीय टीम 20 प्रतिशत सर्वश्रेष्ठ मॉडल का चयन राज्य स्तर के लिए करेगी। ।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय डॉ लोकेश भारती ने बताया कि 2023-24 की इस प्रदर्शनी में जिले के प्रदर्शनी में भाग लेने छात्रों के ठहरने की व्यवस्था आयोजक विद्यालय द्वारा की गई है। भारती ने बताया कि इस दौरान 8 फरवरी शनिवार को एक दिवसीय राजकीय एवं निजी विद्यालयों के लिए अंतर विद्यालय कोडिंग एवं रोबोटिक हेकेथान का भी आयोजन किया जाएगा। विद्यालय उद्यम संघठन के कैलाश रावल ने बताया कि प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को दिए गए समय में अपने द्वारा अनुभूत की गई किसी समस्या को चिन्हित करना होगा तथा उस समस्या के समाधान हेतु विचार-विमर्श करते हुए 4 घंटे की अवधि में समस्या के समाधान के रूप में प्रोटोटाइप तैयार करना होगा और उसके उपरांत अपने द्वारा तैयार की गई प्रोटोटाइप का प्रस्तुतीकरण जूरी के सामने करना होगा। जिन छात्र-छात्राओं का अपने समस्या के समाधान हेतु सर्वोत्तम प्रयास रहेगा, उन्हें पारितोषिक दिया जाएगा।छात्र 4 घण्टे के समय में एक परियोजना विशेष पर रोबोटिक उपकरणों की कोडिंग करेंगे। श्रेष्ठ रोबोटिक परियोजना को पुरुस्कृत किया जाएगा।