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सबसे सर्वश्रेष्ठ भक्ति राष्ट्र सेवा : साध्वी सरस्वती दीदी

वर्ष प्रतिपदा शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब

मावली,( नरेन्द्र त्रिपाठी)!29 मार्च।आजकल के युवा और बच्चे सोशल मिडिया पर ट्रेंड के चक्कर मे मोबाइल का दुरूपयोग करते है, जिसमे बहने भी पीछे नहीं है। यदि ट्रेंड ही बनाना है तो सनातन धर्म को ट्रेंड बनाओ। रानी लक्ष्मी बाई,हाड़ी रानी, चैनम्मा, अनुसूया, मदालसा जैसी महिलाओं की रील और ट्रेंड बनाओ ताकि ये प्रेरणा भी दे और यश कीर्ति भी। हम सनातनी ट्रेंड फ़ॉलो नहीं करते, सनातन खुद एक ट्रेंड है। तभी तो महाकुम्भ के दौरान भारत आने जाने के लिए दुनिया भर के अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे बहुत व्यस्त थे, क्योंकि दुनिया भर मे एक ही ट्रेंड कर रहा था गंगा मे डुबकी लगाना।  ये विचार साध्वी सरस्वती दीदी ने रविवार को उपखण्ड मुख्यालय स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान मे वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर शोभायात्रा के बाद हुई धर्म सभा मे व्यक्त किये।
साध्वी सरस्वती दीदी ने आगे कहा कि हमें बच्चों को नकली सुपरमैन स्पाइडर मेन बनाकर उन्हें कमजोर नहीं बनाना है बल्कि हनुमान जी जैसा सुपर मेन का कांसेप्ट सिखाकर उन्हें शारीरिक रूप से मजबूत बनाना है। इसके लिए उन्होंने बच्चों को अपने नजदीक की संघ की शाखाओ मे जाना चाहिए या अखाड़ों मे जाना चाहिए ताकि स्वस्थ शरीर के साथ व्यक्तित्व का विकास हो। उन्होंने पांच प्रकार की भक्ति बताते हुए सर्वश्रेष्ठ भक्ति राष्ट्र सेवा को बताया जो सभी भक्तियों मे समाहित है। साध्वी ने संघ के शताब्दी वर्ष के लिए सभी से भिक्षा मांगते हुए आह्वान किया की अपने घर से एक स्वयंसेवक जरूर दे। इनमे से प्रचारक बनेंगे तो राष्ट्र सेवा करेंगे। संत और प्रचारक मे कोई अंतर नहीं होता। प्रचारक अपना घर बार छोड़ कर राष्ट्र और समाज की सेवा के लिए स्वयं को समर्पित कर देता है। उन्होंने राणा सांगा का संसद मे अपमान पर कड़ा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति को देश मे रहने का ही अधिकार नहीं और न ही हमें ऐसा हिंदुस्तान चाहिए जँहा राष्ट्रीय नायको का अपमान होता हो। उन्होंने राष्ट्रवादी लोगो को अपमानित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की। साध्वी ने अपने बच्चों को क्रिकेट की बजाय परम्परागत खेलों हॉकी, फूटबाल, कबड्डी, कुश्ती आदि को खिलाने की वकालत करते हुए कहा कि यदि शरीर तंदुरुस्त नहीं होगा तो शिक्षा का क्या करेंगे।उन्होंने सभी को संकल्प दिलाया कि मोबाइल का सदुपयोग ही करेंगे दुरूपयोग नहीं।
इस अवसर पर संत अमित दास जी महाराज ने कहा कि 65  करोड़ सनातन धर्मावलम्बियों ने प्रयाग जैसे छोटे स्थान पर अपने स्वयं के खर्चे से दूर दराज व विदेशो तक से आकर डुबकी लगाना दिखाता है कि सनातन मे कितनी गहराई है। हमारे धर्म और परम्पराओं मे निष्ठा हम सबका कर्तव्य है। 65 करोड़ लोगों की सुन्दर व्यवस्था सरकार ने की है तो भोजन आदि की व्यवस्था संत समाज ने समाज के सहयोग से की। इसके लिए अपने बच्चों को मंदिर भेजे व सनातन संस्कारो से परिपूर्ण करें।
सनातन धर्मोत्सव समिति के तत्वावधान में शोभायात्रा व कलश यात्रा
कार्यक्रम के तहत रविवार शाम 4 बजे  शोभायात्रा का प्रारम्भ   रावला चौक से शुरू हुआ जिसमे नगर एवं आसपास के आबाल वृद्ध महिला पुरुषो की मौजूदगी हज़ारों की संख्या में थी। तत्पश्चात शोभायात्रा रेगर मोहल्ला, मावली गांव सदर बाज़ार, होलीथड़ा, सोनी मोहल्ला होते हुए एकलिंग नाथ मंदिर पंहुची जँहा साध्वी सरस्वती दीदी ने संतो एवं गणमान्य लोगों के साथ पुष्प वर्षा की। तत्पश्चात वल्लभनगर रोड, विद्या निकेतन, नगर पालिका कार्यालय, गायत्री नगर, उदयपुर रोड, मावली चौराहे पर शोभायात्रा पंहुची जँहा भी विभिन्न संगठनों, जन प्रतिनिधियों द्वारा पुष्प वर्षा के साथ शोभायात्रा का स्वागत किया गया। यंहा अमित दास जी महाराज ने भी शोभायात्रा का स्वागत करते हुए पुष्प वर्षा की। इसके बाद शोभायात्रा सदर बाजार होते हुए स्टेशन स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पंहुचकर धर्म सभा में तब्दील गई जिसे साध्वी सरस्वती दीदी ने सम्बोधित किया।  शोभायात्रा के दौरान बैंड, डीजे के साथ विभिन्न वाद्य यंत्र शामिल थे जिनकी धुनों पर लोग नाचते गाते चल रहे थे। पूरे मार्ग मे जगह जगह स्वागत द्वार बनाये गए तो घरों से पुष्प वर्षा भी हो रही थी।नगर के मुख्य स्थानों पर भी पुष्प वर्षा कर लोग हर्षित मन से शोभायात्रा का स्वागत कर रहे थे।  इसके पूर्व शनिवार देर रात तक व रविवार दिन भर भी युवा वर्ग टोलियों के रूप मे नगर एवं क्षेत्र के प्रत्येक मोहल्ले  एवं वार्डों के मार्गों को भगवा ध्वजो एवं फरियों से सजाने संवारने मे जूटे थे।इन टोलियों ने नगर भर एवं आसपास के सभी मार्गों और मोहल्लो ही नहीं मंदिरों को भी भगवा रंग से सराबोर कर दिया। वाड़ा, काला खेत, डबकुड़ी, राजेला, हेजा, जवान जी का खेड़ा, गायरियावास, टंकी जैसे न केवल दूरस्थ क्षेत्रो बल्कि नगर के गायत्रीनगर, चमन पूरा, जैन मोहल्ला, मावली गांव, उदयपुर रोड, फतेहनगर रोड़, मुख्य चौराहे, हनुमान वाटिका स्टेशन आदि क्षेत्रों  में घर घर बंदन वार व भगवा ध्वज लगाए गए तो बाज़ारों को भगवा फरियों से सजाया गया। कार्यक्रम के बाद महाप्रसादी का आयोजन किया गया जिसमे हज़ारों लोगों ने भाग लिया।

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