Home » धर्म » दशा माता व्रत अनुष्ठान पूर्णाहुति माता जी की मूर्ति विसर्जित कर की गई

दशा माता व्रत अनुष्ठान पूर्णाहुति माता जी की मूर्ति विसर्जित कर की गई

खैरवाड़ा (धरणेन्द्र जैन)। श्रावण शुक्ल प्रतिपदा से कनबई और क्षेत्र वासियों ने दशा माता की मूर्ति की स्थापना कर 10 दिवसीय मातोउत्सव मनाया गया।
क्षेत्र की सैकड़ो माताएं बहने दशा माता का व्रत करके अपने-अपने घरों में दशा माता की मूर्ति की स्थापना कर प्रतिदिन सुबह-शाम माता जी की आरती और रात्रि में गरबा नृत्य कर माता जी की  तपस्या एवं अनुष्ठान किया।
माता जी की इस तप अनुष्ठान में जिस जिस घर पर माता जी की मूर्ति की स्थापना हुई होती है पड़ोसी, मोहल्ले वासी और रिश्तेदार प्रतिदिन माता जी की आरती एवं सत्संगी कीर्तन जैसे कार्यक्रम में श्रद्धापूर्वक भाग लेते हैं ।
10 दिवसीय इस व्रत अनुष्ठान की पूर्ण आहुती दशा माता की मूर्ति विसर्जित कर की गई , माता जी की श्रृंगारित मूर्ति को सभी व्रतधारी महिला बहने और पुरुष अपने-अपने श्रद्धा और अपने अपने स्तर पर माताजी को सजे धजे रथ, खुली जीप , ट्रैक्टर ट्रॉली, पिकअप,
रिक्शा आदि में विराजित कर साउंड में गरबा की धुन पर आज बरसात की झड़ी फुहार के बीच में श्रद्धालु नाच के झूमते कनबई के बरवा एनीकट में मूर्तियां विसर्जित की गई।
आज प्रातः तड़के से ही मूर्ति विसर्जित करने की शोभायात्रा जुलूस की रेलम पेल रही ।
मूर्ति विसर्जन की अगुवाई मोतीलाल महाराज, मनजी महाराज, अर्जी महाराज, सुभाष महाराज , महेश महाराज, मुकेश महाराज , जीवनलाल बरांडा, नरसी नेमा रेड फला की।
मूर्ति विसर्जन कनबई की बरांडा फला उपला फला, उपलापाड़ा, रेड फला, घाटी फला, वाडघरा, बदनपुरा और मेघवाल बस्ती से मूर्ति विसर्जन के लिए सैकड़ो महिला पुरुष नाचते झूमते बीच बाजार से भव्य जुलूस और शोभायात्रा का रूप में मूर्ति विसर्जित के लिए निकले।
कनबई के अलावा भी छानी के दरा ऐनिकेत में आसपास के कई गांव से मूर्ति विसर्जित करने के लिए श्रद्धालु आए और छानी खड़कवा माता मंदिर में मेला सा लग रहा ।
बलीचा से भी भैसोर नदी के अंदर श्रद्धा पूर्वक मूर्ति विसर्जन के समाचार है।

Leave a Comment

Modi 3.0 के पहले आम बजट से मिडिल क्लास को मिलेगी राहत?