






मूर्ति स्थापना कार्यक्रम रविवार को
गोगुन्दा 24 मई (कांतिलाल मांडोत)! गोगुन्दा तहसील के तरपाल गांव में शनिवार को कलश यात्रा निकाली गई।तरपाल के गवारी में भव्य नवनिर्मित रामदेव मन्दिर की दो दिवसीय प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव में आज भव्य कलश यात्रा निकाली गई।बाबा रामदेव मन्दिर निर्माण समिति एवं समजनजो के सानिध्य में धूमधाम से कलश यात्रा का आयोजन किया गया।कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया।प्रातः तरपाल गवारी मंदिर स्थित सभी महिलाओ ने हाथ मे कलश लेकर गांव के समीप वरवेले पर सैकड़ो महिलाओ एवं पुरुषों ने डीजे की धुन एवं रथ की सवारी में गुरुदर्शन करते हुए भक्तजनो ने प्रस्थान किया।कार्यक्रम का आयोजन बाबा रामदेव सेवा समिति द्वारा किया गया।रामदेवजी ,रामसापीर ,पीरोंके पीर और अजमल घर अवतारी आदि नामों से प्रसिद्ध राजस्थान और गुजरात में लोकदेवता और बहुत बड़े समाज सुधारक के रूप में पूजा जाता है।बाबा रामदेव सेवा समिति के अध्यक्ष कालूलाल गहलोत ने बताया कि भजन ,कीर्तन एवम जागरण का कार्यक्रम हुआ।जिसमे बाबाराम के भजनो की प्रस्तुतियां दी गई।बाबा के गुणगान से ओतप्रोत भक्तजन भक्तिरस में सरोबार हो गई।कलश यात्रा में जहां महिलाओ ने उत्साह से भाग लिया,वही नवयुवक और युवतियों भी पीछे नही थी।अपने आराध्य बाबा रामदेव का आशीर्वाद लेने कलश यात्रा में लंबे समय तक उपस्थित रहे।देवी देवताओं के भोपे सामूहिक हवन में कुएं स्थित वरवेले पर हाजर रहे।बैंडबाजों के साथ कलश यात्रा शुरू हुई,जिसमे हजारो महिलाएं एवम पुरूष समाज उपस्थित रहा।कलश यात्रा एक किमी के सफर के बाद वरवेले पहुँचने के बाद विधि विधान से महिलाओ के सिर पर कलश धारण किये और पुरुष भी महिलाओ के सहायतार्थ चलते नजर आए।कलश यात्रा का रामदेव मन्दिर प्रांगण पर इसका समापन हुआ।इसके उपरांत महाआरती का कार्यक्रम हुआ।शाम को प्रसादी वितरण और भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ ने प्रसाद ग्रहण किया।रामदेवजी को अनेक चमत्कार के कारण श्री कृष्ण का अवतार भी मानते है।हिन्दू समाज मे रामदेवजी के नाम से पूजते है।रामदेवजी की गणना राजस्थान के पांच पिरो में होती है।वर्तमान में रामदेवजी एक ऐसे देवता है जिनकी राजस्थान में घर घर पूजा होती है और अन्य राज्य में भी नकलंक धनी के नाम से पूजे जाते है।इस बीच रामदेव मन्दिर परिसर में समाज की तरफ से रात्रि जागरण एवं बोलिया कार्यक्रम रात आठ बजे शुरू होगा।।प्राणप्रतिष्ठा एवं हवन कल भोर में 4 बजे से शुरू होगा।स्वर्ण कलश एवं ध्वजा प्रातः 7-15 बजे से शुरू होगी।कल रविवार को प्रातः 9-15 पर महाप्रसादी का आयोजन किया गया है।जिसमे समाज जन लाभ प्राप्त करेंगे।इस बीच प्रतिष्ठा महोत्सव में संत बालकनाथ ,श्री भैरू दास जी संत उगम दास जी बाबूदास जी मज़ाम और वनदासजी गोगुन्दा आदि का सानिध्य रहेगा।बाबाराम देव मन्दिर निर्माण समिति के अध्यक्ष कालूलाल गेहलोत उपाध्यक्ष गणेश लाल गणपाला कोषाध्यक्ष नवलाराम परमार एवम सचिव वनाराम मेघवाल उपस्थित रहे।आज 24 मई को रात्रि भोजन की व्यवस्था मीठालाल एवम नवलाराम के द्वारा रखी गई।प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव में सर्व भक्तजनों को उपस्थित रहने का निमंत्रण प्रेषित किया गया है।