



द्वितीय अखिल भारतीय राज्य जल मंत्रियों का सम्मेलन उदयपुर में 18 से
– राष्ट्रीय जल मिशन, जल शक्ति मंत्रालय की ओर से होगा सम्मेलन
– भारत@2047-‘एक जल सुरक्षित राष्ट्र‘ थीम पर 2 दिन तक विशेषज्ञ करेंगे विचार-विमर्श
– भोपाल के प्रथम अखिल भारतीय जल मंत्री सम्मेलन के परिणामों के आधार पर भी मंथन
– केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल और केंद्रीय राज्य मंत्री होंगे शामिल
– मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा सहित उत्तराखंड, ओडिशा, त्रिपुरा के सीएम करेंगे शिरकत
– कर्नाटका, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री रहेंगे उपस्थित
उदयपुर, 17 फरवरी। देश में जल प्रबंधन व संरक्षण के लिए राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस ‘‘वाटर विजन-2047‘‘ उदयपुर के अनंता रिसॉर्ट में 18 और 19 फरवरी, 2025 को आयोजित होगी। राष्ट्रीय जल मिशन, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय की ओर से कॉन्फ्रेंस में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल, राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा, जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, जल संसाधन, जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, वन एवं पर्यावरण मंत्री और अधिकारी हिस्सा लेंगे।
पहले दिन 18 फरवरी को सुबह 9 बजे उद्घाटन सत्र शुरू होगा। इसमें सबसे पहले जल कलश सेरेमनी होगी। इसके बाद जल शक्ति मंत्रालय की सचिव श्रीमती देबाश्री मुखर्जी की-नोट स्पीच देंगी। साथ ही, जल शक्ति अभियान 2024 कैच द रैन- ‘नारी शक्ति से जल शक्ति‘, ‘मोनोग्राफ ऑफ वाटर हेरिटेज साइट्स ऑफ इंडिया‘, ‘जल जीवन मिशनः ब्रेकिंग द सोशल बैरियर्स‘ और ‘जल संचय जन भागीदारी‘ फिल्म को ई-लॉन्च किया जाएगा।
उद्घाटन सत्र में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी. आर. पाटिल, मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा, ओडिशा मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री श्री माणिक साहा, हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री श्री डी. के. शिवकुमार, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव सम्बोधित करेंगे।
इस सत्र के बाद सुबह 11.25 बजे से थीमैटिक सेशन ‘स्ट्रेंगथनिंग वाटर गवर्नेंस‘ होगा, जिसमें जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत, जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री वेस्ट बंगाल श्री पुलक राय, सार्वजनिक निर्माण मंत्री पुदुचेरी श्री के. लक्ष्मीनारायण, वन एवं पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन मंत्री गुजरात श्री मुकेशभाई पटेल सहित विशेषज्ञ व अधिकारी विचार प्रस्तुत करेंगे। दूसरा थीमैटिक सेशन ‘वाटर स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ऑग्मेन्टिंग द सप्लाई‘ दोपहर 2 बजे से शुरु होगा। इसमें ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, जल संसाधन मंत्री आंध्रप्रदेश डॉ. निम्मला राम नायडू, ग्रामीण विकास मंत्री बिहार श्री श्रवण कुमार और अधिकारी सेशन में उपस्थित होंगे। शाम 5 बजे से ‘वाटर डिलीवरी सर्विसेज विद फोकस ऑन ड्रिंकिंग वाटर‘ थीमैटिक सेशन आयोजित होगा। इसमें केन्द्रीय राज्य जल शक्ति मंत्री श्री वी. सोमन्ना, ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री कर्नाटक श्री प्रियांक खड़गे, पीएचई एंड डब्ल्यूएस मंत्री अरुणाचल प्रदेश श्री मामा नातुंग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ओडिशा श्री रबी नारायण नाइक सहित सम्बंधित अधिकारी सेशन में सम्बोधित करेंगे।
दूसरे दिन ‘वाटर डिलीवरी सर्विसेज विद फोकस ऑन इरिगेशन एंड अदर्स यूज‘, ‘डिमांड मैनेजमेंट एंड वाटर यूज एफिशिएंसी‘, ‘इंटीग्रेडेट रिवर एंड कोस्टल मैनेजमेंट‘ थीमैटिक सेशन होंगे। दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में केन्द्रीय राज्य जल शक्ति मंत्री श्री राज भूषण चौधरी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहेंगे।
दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर श्री डॉ. बी.डी. मिश्रा, आंध्रप्रदेश अरूणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, जम्मू एंड कश्मीर, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडू, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, वेस्ट बंगाल, पुडुचेरी और मणिपुर राज्यों से मंत्री उपस्थित होंगे। इनके साथ ही, विभिन्न राज्यों से मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव भी कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे।