




अमेरिका ने डिपोर्ट किये गए भारतीयों को पंजाब के अमृतसर में विशेष विमान द्वारा लाया गया।अमेरिका में भारतीय अन डॉक्यूमेंट के रह रहे थे।जिस तरह से भारत मे बांग्लादेश के लोग घुसपैठ करते है।वैसे ही अमेरिका में बिना डॉक्यूमेंट के रहे भारतीय एक तरफ से घुसपैठिए ही है।भारत और अमेरिका की सम्बन्ध एक तरफ और देश का कानून एक तरफ है।अमेरिका में पिछले कई सालों से बिना डॉक्यूमेंट से रह रहे भारतीयों को विशेष विमान द्वारा पंजाब लाया गया।पंजाब पुलिस जांच कर रही है।अमेरिका में बिना डॉक्यूमेंट के करीब सात लाख पच्चीस हजार ऐसे लोग है जो कई वर्षों से अमेरिका में रह रहे है।वे उस उम्मीद से सरकार को गुमराह कर रहे थे कि एक दिन उनको नागरिकता मिल जाएगी या उनके बच्चे अंग्रेज बन जाएंगे।कानून से बढ़कर कुछ भी नही है।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पद भार सम्भालते ही पहले अवैध तरीके रह रहे नागरिकों को देश के बाहर का रास्ता बता दिया।18 हजार ऐसे नागरिक है जिनके पास कोई वैध दस्तावेज नही है।अमेरिका में रह रहे अवैध तरीके से लोगो की घर वापसी में ट्रम्प प्रशासन में किसी तर्क की आवश्यकता नही समझते है।अमेरिका वो देश है जहाँ किसी भी नागरिक के साथ कोई भेदभाव नही किया जाता है।इसी कारण अमेरिका की तरफ लोग दुनियां से खिंचे चले जाते है।लेकिन जिसका ग्रीनकार्ड इश्यू होता है वो ही नागरिक बन सकता है।अमेरिका वो जगह है जहां हर कोई नागरिक बनना चाहता है।अमेरिका में ऐसे नागरिक है जो पढ़े लिखे और अमेरिकन से ज्यादा संपत्ति भारतीयों के पास है और दूसरी तस्वीर उन लोगो की है जो बिना डॉक्यूमेंट अमेरिका में रह रहे है।अमेरिका में कम वेतन में रहने वालों के सपने अब टूट चुके है।ट्रम्प प्रशासन अब उनको घुसपैठियों से सम्बोधित कर रहा है और बाहर का रास्ता बता रहे है। भारत से एजेंट के जरिये यूएस पहुंचने वालों पर दुःख का पहाड़ उस समय टूट पड़ता है जब एजेंट ही उनको धोखा देते है।उनको कम पगार पर रखा जाता है उसका मतलब है कि वे हर समय डरे हुए रहते है कि कही भेद न खुल जाए। डिपोर्ट किये जाने वाले भारतीयों की लिस्ट बड़ी है।लेकिन सरकार ने मुहिम छेड़ी है तो उनका बचना संभव ही नही है।