




धरणेन्द्र जैन
खैरवाड़ा। ऋषभदेव नेशनल हाइवे 48 स्थित आरएसडब्ल्यूएम लिमिटेड मे राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सप्ताह का उद्घाटन संस्था के संस्था प्रधान श्री के॰बी॰खटोड़ के द्धारा किया गया । एल॰एन॰जे॰ भीलवाड़ा ग्रुप की समस्त इकाइयों मे मुख्य संचालन अधिकारी श्री के॰बी॰खटोड़ के तत्वावधान मे ऊर्जा संरक्षण सप्ताह 8 दिसम्बर से 14 दिसम्बर तक मनाया जायेगा ओर समापन 14 दिसम्बर को राष्ट्रीय उर्जा संरक्षण दिवस पर किया जायेगा । उद्घाटन के इस अवसर पर अपने सम्बोधन मे खटोड ने बताया कि इसका उद्देश्य ऊर्जा के महत्व को समझाना, उसके संरक्षण के उपायों को साझा करना और सभी को ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक करना है।
भारत एक विशाल और विविधता भरा देश है, जहाँ ऊर्जा की मांग लगातार बढ़ रही है। हमारे देश में बिजली उत्पादन के कई स्रोत हैं, जैसे कि कोयला, प्राकृतिक गैस, जल शक्ति, और नवीकरणीय ऊर्जा। फिर भी, हमें यह ध्यान रखना होगा कि ऊर्जा संसाधनों का अत्यधिक उपभोग न केवल पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, बल्कि यह ऊर्जा संकट का भी कारण बन सकता है।
यह सप्ताह हमें यह याद दिलाता है कि ऊर्जा का संरक्षण हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। हमें न केवल अपने दैनिक जीवन में ऊर्जा के प्रति सजग रहना होगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक स्थायी और संतुलित ऊर्जा स्रोत सुनिश्चित करना होगा।
ऊर्जा संरक्षण का सीधा मतलब है ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा का उत्पादन है, ऊर्जा के सभी स्त्रोत जैसे पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, लकड़ी आदि सभी सीमित मात्रा में हैं
और अगर हम लोग ऐसे ही बहुत तेजी से इनका उपयोग करते जायेगें तो जल्द ही एक ऐसा समय आयेगा जब ऊर्जा के संसाधन खत्म हो जायेगें। इसलिए ऊर्जा के इन सभी संसाधनो का बचाव करना ही होगा। वरिष्ठ महाप्रबन्धक (अभियांत्रिकी) अनिल दलावत ने बताया की ऊर्जा संरक्षण के लिए नई पहलों पर , नये रास्तों पर, नये सिरे से सोचने की जरूरत है, आज आसमान छूती कोयले की कीमतों को देखते हुए ऊर्जा संरक्षण बेहद जरूरत है , लोगों को ऊर्जा की बर्बादी रोकने ओर अपने घरों मे इसका विवेक पूर्ण उपयोग करने की भी आवश्यकता हैं।
ऊर्जा संरक्षण का काम सिर्फ एक आदमी के बस का नहीं हैं बल्कि हम सभी को इसमें अपना योगदान देना होगा। तब जाकर हम कुछ ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा