





मावली (नरेन्द्र त्रिपाठी)!21 मार्च 2025, मावली। मावली पंचायत समिति क्षेत्र की साकरिया खेड़ी ग्राम पंचायत को मावली पंचायत समिति से निकालकर खेमली पंचायत समिति में स्थानातंरित करने एवं साकरिया खेड़ी ग्राम पंचायत के राजस्व गांव भीमल चारणान से निकालकर सालेरा कला ग्राम पंचायत में डालने के विरोध में साकरिया खेड़ी पंचायत के ग्रामीणों ने कुलदीप सिंह चुण्डावत के नेतृत्व में एसडीओ मुख्यालय पर जबरदस्त प्रदर्शन किया।ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें कुछ नेताओं की मिलीभगत है जो साकरिया खेड़ी पंचायत वासियों के लिए समस्याएं पैदा करना चाहते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि साकरिया खेड़ी ग्राम पंचायत पूर्व में 1995 तक बोयणा ग्राम पंचायत में आती थी तब भी इसकी पंचायत समिति, तहसील और उपखंड मावली ही था। 1995 में अपने गठन के समय से ही साकरिया खेड़ी ग्राम पंचायत मावली पंचायत समिति में आती है एवं उसका तहसील कार्यालय, उपखण्ड कार्यालय भी मावली है लेकिन कतिपय नेताओं की साजिश के तहत जानबूझकर साकरिया खेड़ी ग्राम पंचायत को मावली पंचायत समिति से निकालकर खेमली पंचायत समिति में डाला जा रहा है और खेमली पंचायत समिति को भी घासा ले जाने का प्रयास किया जा रहे हैं ऐसी स्थिति में समस्या और भी ज्यादा विकट हो जायेगी। राजस्व गांव भीमल चारणान जो कि साकरिया खेड़ी ग्राम पंचायत में स्थित है उसको भी इस पंचायत से निकालने का प्रयास किया जा रहा हैं जबकि साकरिया खेड़ी ग्राम पंचायत में रहते हुए भीमल चारणान में बहुत अधिक विकास कार्य हो रहे है और ग्रामीण भी इसी पंचायत में रहना चाहते हैं। प्रदर्शन के दौरान सालेरा कला ग्राम पंचायत में आने वाले राजस्व गांव शोभजी का खेड़ा के ग्रामीणों ने भी भाग लिया। उनका कहना था कि हमें कभी नामरी ग्राम पंचायत में जोड़ा जाता है तो कभी सालेरा कला पंचायत में जोड़ा जाता है। अभी हमारे गांव को साकरिया खेड़ी ग्राम पंचायत में डालने का प्रयास किया जा रहा हैं, हमारे साथ बार-बार फुटबॉल बनाने का प्रयास किया जाता है जो किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त के बाहर है। प्रदर्शनकारीयों का आरोप था कि इसमें कुछ नेताओं की मिली भगत है जो कि प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर ऐसा कृत्य किया गया तो आगामी चुनावों में मतदान का बहिष्कार किया जाएगा और इन नेताओं को माकुल जवाब दिया जाएगा। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेताया इस संबंध में जो भी प्रस्ताव ले रखे हैं उनको निरस्त किया जाए अन्यथा आज तो सांकेतिक प्रदर्शन किया गया है, आगे आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान उप सरपंच भोली राम डांगी, देवेंद्र सिंह, भोपाल सिंह, भेरूलाल, भगवान सिंह, बालू दास, पिंटू लोहार, गमेर सिंह, वजे राम डांगी, वरदी चंद, अरविंद सिंह, मोहनलाल गायरी, बलवंत सिंह, हमेर सिंह, देवीलाल, भगवान सिंह, गणपत सिह, हमेर लाल डांगी सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।