




मावली,(नरेन्द्र त्रिपाठी)!राखी को सायंकाल सात बजे इंद्रदेव हुए मेहरबान। सायंकाल सात बजे से वर्षा की हुई शुरुआत ।
पिछले दो सप्ताह से वर्षा नहीं होने के कारण फसलों को मुरझा हुए देखा गया। पशु पक्षी भी गर्मी से परेशान हो रहें थे ।
वर्षा आने के बाद सभी ने राहत भरी श्वास ली। फसलों के सुखने के कारण धरती पुत्रों को चिंताएँ सत्ता रही थी। मंहगे खाद, बिज, एवं दवाई सहित खेती पर व्यय राशि की चिंता सत्ता रही थी ।
आज राखी के दिन इंद्रदेव प्रसन्न हो गये हैं।
किसानों ने राखी का त्यौहार आनंद पुर्वक मनाया। वर्षा होने के साथ ही खुशियाँ हुईं दो गुणी। धरती पुत्रों को अब सत्ता रही यूरिया खाद उपलब्ध नहीं होने की चिंता । सहकारी समिति वाले ध्यान कम देते हैं ,बाजार में दुकानों पर यूरिया की कालाबाजारी ,मनमाने दाम लेकर भोले भाले किसानों की जेब काट रहे हैं ।