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राज्य के 15000 सेवारत चिकित्सकों ने काली पट्टी बांध कर किया विरोध प्रदर्शन

कल राज्य भर के ज़िला और ब्लॉक मुख्यालय पर दिये जाएँगे मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन

खैरवाड़ा। उदयपुर के RNT मेडिकल कॉलेज में करंट लगने से एक चिकित्सक डॉ रवि शर्मा की दुखद मृत्यु के पश्चात मेडिकल कॉलेज प्रशासन की असंवेदनशीलता के खिलाफ राज्य भर के चिकित्सक एकजुट हो गए हैं।
आज अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के आह्वान पर उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज के रेज़िडेंट डॉक्टर हॉस्टल में वाटर कूलर में करंट आने से चिकित्सक डॉ रवि प्रकाश शर्मा की असामयिक मौत के घटना को लेकर राज्य भर के 15000 सेवारत चिकित्सकों ने संघ ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। राज्य भर के सभी शहरी और ग्रामीण चिकित्सालयों में राजकीय चिकित्सकों ने काली पट्टी बांध कर मरीजों का इलाज कर अपना विरोध प्रदर्शित किया और शासन से न्याय की माँग की।
प्रदेश महासचिव डॉ शंकर बामनीया ने बताया कि सेवारत चिकित्सक डॉ रवि शर्मा की मेडिकल प्रशासन की लापरवाही के कारण हॉस्टल के वाटर कूलर में करंट आने से असामयिक मृत्यु हो गई थी। जिसके चलते राज्य भर के डॉक्टर्स में आक्रोश है राज्य भर के 15000 से अधिक चिकित्सकों ने आज काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया।
आज राज्य भर के चिकित्सालयों में सेवारत चिकित्सकों ने मौन रखकर दिवंगत साथी चिकित्सक डॉ रवि शर्मा को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
अरिस्दा प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय चौधरी ने बताया कि इसी क्रम में कल 24 जून को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला कलेक्टर के माध्यम से एवं उपखंड स्तर पर SDM के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा,साथ ही काली पट्टी बांध कर कार्य किया जाएगा।
डॉ चौधरी कहा कि तत्काल दोषी प्रशासन पर तत्काल कार्यवाही कर नज़ीर क़ायम की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।साथ ही राज्य के समस्त मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की सभी व्यवस्था दुरुस्त की जाए, इसके लिए तत्काल मिशन मोड पर निरीक्षण अभियान चलाया जाये और सभी मेडिकल हॉस्टल में व्यवस्थाओं की ऑडिट करायी जाये।
मांगो के पूर्ण होने तक काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

मुख्य माँगे:-
1.  इस आपराधिक कुव्यवस्था के लिए उत्तरदायी सभी दोषियों को निलम्बित कर उनके खिलाफ आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए कानूनी कार्यवाही अमल में लायी जाये।
2. मृतक चिकित्सक के परिजनों को उचित मुआवजा राशि तत्काल प्रभाव से प्रदान की जाए, जिससे उनके परिवार को आर्थिक सहारा मिल सके।
3. मृतक के आश्रित परिवारजन को सरकारी नौकरी दी जाए।
4. जिला प्रशासन द्वारा एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाए, यह समिति हॉस्टल में निवास कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स से बात कर हॉस्टल में व्याप्त अव्यवस्थाओं का तत्काल समाधान कराये।

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